HDFC Bank की सहायक कंपनी HDB Financial Services Ltd ने आज, 2 जुलाई 2025 (बुधवार) को शेयर बाजार में शानदार एंट्री ली। सुबह 10 बजे BSE और NSE पर Special Pre-open Session (SPOS) में इसके शेयरों की ट्रेडिंग शुरू होते ही निवेशकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। लिस्टिंग के साथ ही कंपनी के शेयरों ने तेजी दिखाते हुए बाजार में धमाल मचा दिया।
दमदार शुरुआत, निवेशकों में जोश
IPO लिस्टिंग से पहले ही मार्केट में जबरदस्त Buzz था। और इसका सबसे बड़ा सबूत है Grey Market Premium (GMP), जो आज सुबह ₹65 तक पहुंच गया था। इसका मतलब, अगर किसी को ₹740 के ऊपरी प्राइस बैंड पर शेयर अलॉट हुआ है, तो लिस्टिंग पर उसका प्राइस करीब ₹805 तक पहुंच सकता है — यानी लगभग 8.78% का लिस्टिंग गेन।
Market experts ने पहले से ही अनुमान लगाया था कि HDB का IPO 8–10% की बढ़त के साथ खुलेगा, और grey market signals ने इस विश्वास को और मजबूत कर दिया।
IPO की शुरुआत से लेकर अलॉटमेंट तक का सफर
IPO ने 24 जून से 26 जून तक की subscription विंडो में ज़बरदस्त प्रदर्शन किया। आखिरी दिन इसका subscription status 16.69 times तक पहुंच गया, जो यह दर्शाता है कि investors इस पर कितना भरोसा कर रहे हैं।
कंपनी ने अपना price band ₹700 से ₹740 प्रति शेयर रखा था, जो कि उसके मजबूत फंडामेंटल्स और ग्रोथ पोटेंशियल के हिसाब से काफी balanced था। 30 जून को allotment status फाइनल हुआ, जिससे investors को तैयारी का पूरा वक्त मिला।
इतना ज़्यादा क्रेज क्यों?
सबसे बड़ा reason है – इसका HDFC Bank जैसा parent. लेकिन सिर्फ name ही नहीं, HDB Financial Services ने अपनी अलग पहचान भी बनाई है।
CRISIL की रिपोर्ट बताती है कि 31 मार्च 2024 तक HDB Financial Services का कुल लोन पोर्टफोलियो ₹902.2 बिलियन तक पहुंच चुका था। इसी के साथ यह कंपनी देश की सातवीं सबसे बड़ी और सबसे ज़्यादा रिटेल पर फोकस करने वाली डाइवर्सिफाइड NBFC बन गई है।
इसके अलावा, भारत के semi-urban और rural इलाकों में बढ़ती credit demand और NBFCs की reach ने भी इस कंपनी को growth के लिए ready कर दिया है। HDB का digital-first approach और customer trust इसका biggest asset हैं।
Grey Market Signals का क्या मतलब है?
Grey Market Premium यानी GMP ये दर्शाता है कि investors लिस्टिंग से पहले ही कितना interested हैं। HDB का ₹65 का GMP यह दिखाता है कि stock को लेकर उम्मीदें बहुत high थीं।
अगर आपने ₹740 के price पर allotment पाया है और लिस्टिंग ₹805 पर होती है, तो ये instant profit है। लेकिन असली सवाल ये है — क्या ये stock long-term में भी value देगा?
Financials बोले – Company है मजबूत
HDB Financial Services के financials काफी solid हैं। पिछले कुछ सालों में इसने consistent revenue growth दिखाई है और asset quality भी control में रखी है।
Loan book में balanced diversification है – secured और unsecured दोनों segments में। Gold loans, business loans, personal finance, vehicle loans – हर area में HDB की अच्छी पकड़ है।
HDFC Bank से synergy के कारण operations efficient हैं और customers में trust high है। Digital transformation और field-level execution इसे और तेज ग्रोथ की तरफ ले जा रहे हैं।
Experts का क्या कहना है?
Multiple brokerage houses और analysts पहले से मान रहे थे कि HDB एक अच्छा debut करेगा। और अब लिस्टिंग के बाद, कई experts ने इसे “Buy” rating भी दे दी है — strong balance sheet, market expansion, और इंडिया की credit economy को देखते हुए।
Short-term traders के लिए ये stock एक मौका हो सकता है profits book करने का। लेकिन long-term investors के लिए ये एक high conviction bet बन सकता है।
NBFC सेक्टर को क्या मिला इससे?
HDB Financial Services की धमाकेदार लिस्टिंग ने पूरे NBFC सेक्टर को एक तरह से हौसला दे दिया है। इससे साफ हो गया है कि आज के दौर में जो NBFCs अच्छे से मैनेज्ड हैं और टेक्नोलॉजी को अपनाकर आगे बढ़ रही हैं, उन पर मार्केट का भरोसा भी है और दिलचस्पी भी।
NBFC space में जहां regulatory scrutiny tight है, वहीं HDB जैसी companies जो compliance और transparency maintain करती हैं, उन्हें investors clearly value कर रहे हैं।
क्या करें अब: Hold करें या Exit?
अगर आपने IPO में निवेश किया है और शेयर आपको ₹740 के प्राइस पर allot हुआ है, और अब वो ₹805 या उससे ऊपर पर लिस्ट हो गया है — तो सवाल आता है: क्या बेच दें या hold करें?
Experts की मानें तो अगर आप short-term gains के लिए गए थे, तो partial profit-booking सही हो सकती है। लेकिन अगर आपका नजरिया long-term है, तो ये stock future में और बेहतर returns दे सकता है, खासकर अगर NBFC sector में reforms और financial penetration बढ़ते हैं।
निष्कर्ष: एक भरोसेमंद शुरुआत, लंबी दौड़ का घोड़ा?
HDB Financial Services ने IPO market में एक सशक्त और भरोसेमंद शुरुआत की है। Backed by strong fundamentals, HDFC legacy और solid investor response, ये stock ना सिर्फ listing gains देने में सफल रहा, बल्कि long-term में भी एक compelling investment opportunity बन गया है।
अगर कंपनी अपने loan book को controlled तरीके से expand करती है, NPA under control रहता है और digital infra पर focus बना रहता है, तो HDB आगे चलकर NBFC सेक्टर की लीडर कंपनियों में शामिल हो सकती है।
अब सबकी नजरें इस पर हैं कि आने वाले quarters में HDB अपने growth projections और profitability promises पर कितना खरा उतरता है।